खुशियों का आधार (khushiyon ka aadhar ) : बेटियां
खुशियों का आधार (khushiyon ka aadhar ) बेटियां, बेटियों से कर दिल से प्यार, खुल जाएंगे तेरे किस्मत के […]
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खुशियों का आधार (khushiyon ka aadhar ) बेटियां, बेटियों से कर दिल से प्यार, खुल जाएंगे तेरे किस्मत के […]
मात-पिता हैं दूध के जैसे, फिर तेरा रंग क्यों अंधियारा-सा, क्यों उदास-सा मुख है तेरा, तेरे मात-पिता का मुख (maat-pita
कौन कहे माँ के पास काम नहीं है, माँ को तो एक पल का भी आराम नहीं है, हर
दो रोटी बैलों को डालें, एक रोटी चिड़ियों को खिलाता है, रोटी का आदर (roti ka adar ) करे सर
हमारे घर का बादशाह ( ghar ka badsha ) हैं वो, जो पिता प्यार से बोले मुझे राजकुमारी, उसको शायद
रंग सांवला है तो क्या हुआ, मैं पापा की लाडली हूँ , कद छोटा है तो क्या हुआ, मैं अपने
माँ का प्रेम (maa ka prem ) सबके लिए है , दिल में जगते खुशियों के दीये हैं, खुशियां बांटना
सूर्य अस्त होकर रहता है, हवाएं मस्त होकर बहती हैं, मेरी माँ के सामने, माँ के कदमों में झुका आसमान
श्रवण के जैसे जो चले कांधे पर उठाकर , हर घर में ऐसे कांधे ऐसे ही पाँव चाहिए , मुझे
मैंने सुना है संत-फकीरों से, माँ हर कोई ये ही बताता है, दुनिया में आने का है एक ही रास्ता