google.com, pub-4922214074353243 DIRECT, f08c47fec0942fa0
स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )

स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )

 

स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )  ,

मुझे बहुत प्यारा लगता है।
भर देता है जोश दिल में फिर,
हर काम मे मन हमारा लगता है,
*         *           *            *
उसके स्पर्श में एक जादू है,
जो हर ले सारे दुख हमारे,
अपना दुख-दर्द भूलकर,
जिसे प्यारे लगें सुख हमारे,
माँ दो कदम मेरे साथ चले तो लगता है ,
जैसे ये पूरा जहान हमारे साथ चल रहा हो ,
वो देख ले मुस्करा कर तो ऐसे लगे ,
जैसे ये पूरा जहाँ मुस्करा रहा हो ,
साथ हमारे खुश रहे माँ तो ,
हमे भी उसका साथ  प्यारा लगता है,                                                                                                                                                    स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka ) ,
मुझे बहुत प्यारा लगता है,
भर देता है जोश दिल में फिर,
हर काम मे मन हमारा लगता है,

*            *           *            *

जब वो हाथ फेरे सर पर,
उत्तर जाए दिनभर की  थकान,
यूं ही नहीं बोलते लोग,
माँ को महान,
कभी समेटे आँचल में  अपने,
कभी गुस्से से आँख दिखाए,
ये गुस्से वाला चेहरा तुम्हारा,
देखने को जी मेरा दोबारा करता है,                                                                                                                                                     स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )  ,
मुझे  बहुत प्यारा लगता है,
भर देता है जोश दिल में फिर,
हर काम मे मन हमारा लगता ह

 *         *          *         *

माँ हमेशा बच्चों के लिए जीए,
चाहे तन पर हों कम कपड़े,,
चाहे भुखा पडे उसे रहना,
कुछ भी कर जाए उनकी,
एक मुस्कान के लिए,
माँ हमारी हर अदा पर प्यार लुटाए ,
देखकर हमारे चेहरे पर रौनक ,
माँ खुद भी मुसकराये ,
स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )  ,
मुझे  बहुत प्यारा लगता है।
भर देता है जोश दिल में फिर,
हर काम मे मन हमारा लगता है

*       *         *         *

स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )  :  प्यार बेशुमार
स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )
स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )

तेरा आँचल सदा मुझे,
खुशियों का एक पिटारा लगता है,
स्पर्श माँ के हाथों का,
मुझे बहुत प्यारा लगता है।
खिल जाए मन फूलों की तरह,
माँ तेरा हर रूप मुझे  प्यारा लगता है,
माँ तेरी ममता के मोती ,
बसें हैं मेरी रग-रग में ,
माँ तेरे आँचल जैसा आँचल ,
मुझको नहीं मिलेगा इस पूरे जग में ,
माँ तेरे हाथों का श्पर्श मुझे
इस जग में सबसे न्यारा लगता है ,
स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )  ,
मुझे  बहुत प्यारा लगता है।
भर देता है जोश दिल में फिर,
हर काम मे मन हमारा लगता है

*        *         *          *            *

माँ तुम हो एक हवा के झोकें की तरह ,
तुम घर में घूमती रहती हो
कभी यहाँ कभी वहाँ ,
माँ तुम हो एक जादू की छड़ी ,
जब भी मुश्किलों ने घेरा है हमे ,
तुम आकर हमारे साथ खड़ी ,
तुम हो माँ गंगा का पवित्र पानी ,
जिस के दम पर चलती है मेरे ये जिंदगानी ,
माँ तेरे नाम से ही इस जग में ,
नाम हमारा चलता है ,
स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )  ,
मुझे बहुत प्यारा लगता है।
भर देता है जोश दिल में फिर,
हर काम मे मन हमारा लगता है

*        *        *         *

माँ तेरी गोद में रहना चाहूँ
मैं हर पर पल तेरे सीने से लिपटकर ,
मैं यूं ही जिंदगी गुजरना चाहता हूँ ,
तेरी बाँहों में सिमटकर ,
लोग कहते हैं स्वर्ग है माँ के चरणों में ,
मैंने तो इसे महशूस किया है ,
लोग कहते हैं माँ का प्यार है एक सामान ,
मैंने तो इस प्यार को हर पल जिया है ,
माँ तेरी आँखों में रहूँ,
मैं काजल बनकर ,
घडी मेरा दिल करता है ,
स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )  ,
मुझे बहुत प्यारा लगता है।
भर देता है जोश दिल में फिर,
हर काम मे मन हमारा लगता

*         *         *         *

मेरे जीवन पर पहला हक है तेरा ,
मेरे इस जीवन पर रहे तेरे प्यार की छाया ,
तेरी सेवा हो मेरे जीवन का आधार ,
तेरे सब सपने हों साकार माँ ,
तुम्हारे आँचल में गुजरे हर पल मेरा ,
तुम्हारे संस्कारों का असर ,
मेरी रग -रग में दिखता है ,
स्पर्श माँ के हाथों का (shparash maa ke hathon ka )  ,
मुझे बहुत प्यारा लगता है।
भर देता है जोश दिल में फिर,
हर काम मे मन हमारा लगता है,

creater –  राम  सैणी

must read :ईश्वर का निवास (ishvar ka nivas )

must read :टूटते रिश्ते (tootte rishte )

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top