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पिता (pita )

पिता (pita ) : हर रिश्ता निभाने वाला

 

माँ आप से कहनी है एक बात,
पिता (pita ) हमारे लिए सर्दी देखें ना बरसात,
उसे पलकों पर बिठाकर रखना,
जो कंई रिश्ते निभाता है एक साथ,
हम-सब को खुश कैसे रखना है ,
पिता (pita ) सोचते रहते हैं दिन -रात,
माँ उसे पलकों पर बिठाकर रखना,
* * * * *
जब पिता जी घर आएं तो हंसते-मुस्कुराते,
हर दिन उनका स्वागत हो,
हम कम से कम इतना तो कर सकते हैं,
उनके पसंद का खाना हर रोज खिलाएं,
हम कम से कम इतना तो कर सकते हैं,
जब कभी लगें वो चेहरे से परेशान,
तुम अपनी बिखेरना प्यारी -प्यारी मुस्कान,
क्योंकी आपको अर्धांगिनी भी कहा जाता है,
हर वक्त अपनी ही परेशानियां के गीत मत गाना,
कभी -कभी उसके मन की भी सुन लिया करो,
आपको उनकी जिंदगानी भी कहा जाता है ,
उनका सदा मुस्कराकर स्वागत करना,
चाहे जीवन में कैसे भी हो हालात,
माँ आप से कहनी है एक बात,
पिता (pita ) हमारे लिए सर्दी देखें ना बरसात,
उसे पलकों पर बिठाकर रखना,
* * * * *
कभी पिता जी को गुस्सा आए तो,
हंस कर टाल दिया करो,
मैं जानता हूँ उनको अच्छी तरह से,
मेरे पिता जी गुस्सा बहुत कम करतें हैं,
कभी वो ऊँची आवाज में बोलें तो,
आप नजरें झुका लिया करो,
मैं जानता हूँ मेरे पिता जी कभी-भी ,
ऊँची आवाज में बात नहीं करते हैं ,
सदा मीठी बोली बोलना,
जब भी बैठे आप दोनों एक साथ,
माँ आप से कहनी है एक बात,
पिता (pita ) हमारे लिए सर्दी देखें ना बरसात,
उसे पलकों पर बिठाकर रखना,
* * * * *

पिता (pita ) : एक अनोखा रिश्ता
पिता (pita )
पिता (pita )

माँ मुझे यूं लगता है पापा को ,
एक जादुगर बनाकर भेजा है,
उस नीले आसमान वाले ने,
जो हम बोलते हैं और जो दिल के अंदर है,
वो हर बात जान लेते हैं,
सच में वो खुशियों के समंदर हैं,
बड़ी फुर्सत से बनाया है,
उस नीले आसमान वाले ने,
कितने भोले हैं कितने शांत हैं,
ज्यादा शोर -शराबा नहीं करते है,
पापा को पसंद एकांत है,
हम-सब का रखता है दिल से ख्याल माँ,
सच में लोहे से बना है ये तुम्हारा लाल बड़ी माँ,
मीठा खाते हैं मीठा बोलते हैं,मीठी करते हैं बात,
माँ आप से कहनी है एक बात,
पिता (pita ) हमारे लिए सर्दी देखें ना बरसात,
उसे पलकों पर बिठाकर रखना,
* * * * *
पापा सबकी फरमाईसे पूरी करते हैं माँ,
एक खुद को छोड़कर,
आज कैसा गुजरा है आपका दिन,
उनसे हर रोज पूछा लिया करो माँ,
जब भी पापा आएं काम से लौटकर,
अगर आपके ऐसा करने से,
उनके चेहरे पर छाए हल्की सी मुस्कान तो,
ये होगी उस नीले आसमान वाले की सौगात,
माँ आप से कहनी है एक बात,
पिता (pita ) हमारे लिए सर्दी देखें ना बरसात,
उसे पलकों पर बिठाकर रखना,
* * * * *
मेरे पापा जुबान से नहीं आँखों से बोलते हैं,
लोग कहते हैं की वो बहुत कम बोलते हैं,
पापा हर छोटी से छोटी बात को सुनते हैं,
जब हम-सब बोलते हैं,
रिश्तों को निभाने की वो कला खूब जानते हैं,
जैसे नीले आसमान वाले को मानते हैं लोग,
पिता जी बड़ी माँ को इस तरह मानते हैं,
वो हमारे घर की हैं सरकार,
मैं जीवन भर करूंगा अपने पापा का सत्कार,
मैं उनके आगे कम बोलूंगा ,
उनकी हर बात मानूंगा,
मेरा उनके लिए ये ही है उपहार,
पिता जी हम सबके चेहरे खिल उठते हैं,
जब आप करते हो अपने प्यार की बरसात,
माँ आप से कहनी है एक बात,
पिता (pita ) हमारे लिए सर्दी देखें ना बरसात,
उसे पलकों पर बिठाकर रखना,
* * * *
प्यारे पापा यूं ही संभाले रखना ,
डोर सारे परिवार की,
हम आप पर यूं ही बरसाते रहेंगे,
बारिश अपने प्यार की,
आपका दिल भी बड़ा है आसमान की तरह,
जो सबके लिए धडकता है,
आप फूल हो लाल गुलाब का,
जो हर दिन हमारे आंगन में खिलता है,
मेरे पापा सबसे पहले उठकर हर सुबह,
बड़ी माँ से करते हैं मुलाकात,
माँ आप से कहनी है एक बात,
पिता (pita ) हमारे लिए सर्दी देखें ना बरसात,
उसे पलकों पर बिठाकर रखना,
* * * * *
creater- राम सैणी
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