मांग लेती है हाथ जोड़कर माँ दुआएं हजार,
ईश्वर भी कर लेता है स्वीकार,
* * * *
मैं डरता नहीं तूफानों से,
मेरे सर पर माँ का साया है,
सब तकलीफों से हम लड़े हैं अकेले,
जब-जब भी तकलीफों ने जोर आजमाया है,
तकलीफों से भरे थे रास्ते मेरे,
मंजिल का ना कोई ठिकाना था
हर पल लड़े हैं हम,
कभी सपनों से,कभी अपनों से,
तकलीफें तो सिर्फ बहाना था,
जब भी तकलीफों का हम पर पड़ा साया है ,
हर वक्त माँ को मैंने साथ खड़ा पाया है ,
हाथ पकड़ लेती है वो मेरा ,
जब भी मेरे जीवन की नाव ,
फस जाती है बीच मझधार ,
मांग लेती है हाथ जोड़कर माँ दुआएं हजार,
ईश्वर भी कर लेता है स्वीकार,
* * * * *
ईश्वर की मर्जी के आगे,
कब जोर चला है किसी का,
सब साहा है सर झुकाकर,
माँ ने कहा है मैं साथ हूँ तेरे,
शायद जीना नाम है इसी का,
माँ मांगकर दूआएं ईश्वर से,
मुझ में एक नया जोश भर देती है,
पता नहीं मेरे सब वादे माँ,
एक पल में कैसे पूरे घर देती है,
माँ जता देती है प्यार अपना,
मेरा माथा चूमकर हर बार,
मांग लेती है हाथ जोड़कर माँ दुआएं हजार,
ईश्वर भी कर लेता है स्वीकार,
* * * *
माँ की दुआओं में वो ताकत है,
जो बदल दे मेरे हाथों की लकीरों को,
माँ की ममता में वो जादू है,
मैंने देखा है माँ के चरणों में,
झुकते हुए बड़े -बडे फ़क़ीरों को,
मेरी सब तकलीफों को,
एक पल में छू-मंतर कर देती है माँ,
मुझे लगाकर अपने सीने से,
मेरे अंदर फिर से चलने का जोश भर देती है माँ,
नेक रस्ते पर सदा मुझको चलाये रखती है ,
वो अपनी दुआओं के बल पर ,
मेरे जीवन में उजाला कर सकती है ,
माँ की हर बात निराली हर बात होती है वजनदार ,
मांग लेती है हाथ जोड़कर माँ दुआएं हजार,
सबको मालूम है माँ की दुआएं (maa ki duaayen ) तो ,
ईश्वर भी कर लेता है स्वीकार ,
* * * * *
माँ की दुआएं (maa ki duaayen ) : प्रेम और शक्ति की आवाज
भोलापन है उसके चेहरे पर ,
हर घडी मेरे लिए मांगे वरदान ,
मेरे दिल के भ्रम दूर कर देती हैं माँ,
देकर अपना अनोखा ज्ञान,
सर झुकाकर चलोगे तो,
पत्थर मे भी दिख जाते हैं भगवान,
मुझको दिखाएं रस्ता हर बार,माँ है मूक्ति का द्वार
माँ पूजा है, माँ शक्ति है,
माँ ईश्वर की सच्ची भक्ति है,
सदा निकलता जुबान से हाँ उसकी,
कभी करती नहीं किसी बात के लिए इन्कार,
मांग लेती है हाथ जोड़कर माँ दुआएं हजार,
सबको मालूम है माँ की दुआएं (maa ki duaayen ) तो ,
ईश्वर भी कर लेता है स्वीकार ,
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मेरी कामयाबी पर सदा करें अभिमान माँ,
अपनी मीठी जुबान से सदा करें गुणगान माँ,
अपना सब -कुछ वार देती है माँ,
मेरी जादु भरी मुस्कान पर,
मुझे हर पल देखना चाहती है,
माँ इस नीले आसमान पर,
मेरे लिए खुले हैं माँ के दिल के द्वार सदा,
वो मेरी झोली में डालकर रखती है,,
रंग बिरंगी खुशियों के हार सदा,
कुदरत ने दिया है हम सबको,
एक कीमती प्यारा उपहार ,
मांग लेती है हाथ जोड़कर माँ दुआएं हजार,
सबको मालूम है माँ की दुआएं (maa ki duaayen ) तो ,
ईश्वर भी कर लेता है स्वीकार,
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माँ प्यार बाँटती है सदा वो प्यार की अलबेली मूरत है ,
उसके चरणों में सर रखने की ,
हम सबको बड़ी जरूरत है ,
ज्योत माँ के प्यार की,
अपने दिल में जगा लीजिए,
इस ममता की मूरत को,
सदा अपने दिल मूरत बनाकर बसा लीजिए,
मैं क्यों ना बनूं माँ की दीवाना,
वो है मेरी पालनहार ,
इस दुनिया के हर आंगन में,
जन्मदात्री माँ की है जयकार ,
मांग लेती है हाथ जोड़कर माँ दुआएं हजार,
सबको मालूम है माँ की दुआएं (maa ki duaayen ) तो ,
ईश्वर भी कर लेता है स्वीकार,
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creater -राम सैणी