माँ तुम्हारे लिए कुछ लिख जाऊं मैं,
चरणों में तुम्हारे झुक जाऊं मैं ,
वो तड़फ उठती है एक पल में,
अगर माँ को जरा भी तड़फता दिख जाऊं मैं,
* * * * * *
जो मेरे लिए अपनी रात की नींदें खो सकती है ,
मेरी माँ मेरी मुस्कराहट देखकर जीती है,
देख नहीं सकती मुझे तड़फता हुआ,
वो मेरे कदमों की आहट से पहचान लेती है,
माँ हर पल देखना चाहती है मुझे महकाता हुआ,
बहुत सकून मिलता है उसे,
मुझे रोते हुए को हंसाकर,
माँ हर सुबह चैन की सांस लेती है,
मेरे सर से सारी बलाएं भगाकर,
चढ़ता रहूँ मैं कामयाबी की सीढ़ियां ,
माँ हर पल भर देती है जोश मुझ में ,
अगर कभी चलते हुए रुक जाऊं मैं ,
माँ तुम्हारे लिए कुछ लिख जाऊं मैं,
चरणों में तुम्हारे झुक जाऊं मैं ,
वो तड़फ उठती है एक पल में,
अगर माँ को जरा भी तड़फता दिख जाऊं मैं,
* * * * * *
होठों पर उसके हमेशा हाँ रहती है ,
घर से बाहर निकलने से पहले बोलती है मेरी आदर्श माँ (aadarash maa ) ,
ईश्वर के आगे सर झुकाने को,
माँ हर पल तैयार रहती है,
मुझ पर अपना पूरा प्यार लूटाने को,
अपने प्यारे हाथों से माँ,
मुझ पर आज भी हवा करती है ,
मेरे लिए ईश्वर की चौखट पर माँ,
हाथ जोड़ कर आज भी दुआ करती हैं,
सारे सुख रहें मेरे कदमों में हर पल,
जीवन में कभी ना दुख पाऊं मैं,
माँ तुम्हारे लिए कुछ लिख जाऊं मैं,
चरणों में तुम्हारे झुक जाऊं मैं ,
वो तड़फ उठती है एक पल में,
अगर माँ को जरा भी तड़फता दिख जाऊं मैं,
* * * * *
आदर्श माँ (aadarash maa ): शक्ति का प्रतीक
लडना है जीवन में अच्छे -बुरे हालातों से ,
इस बात के लिए माँ मुझे हर घड़ी पाठ पढ़ाती है,
मेरा सर रखकर माँ गोद में अपनी,
मुझे आज भी लाड लड़ाती है
सूरज की तपती गर्मी में,
जैसे एक छाँव का होना जरूरी है,
हमारी करती रहे हर घड़ी रखवाली,
हम सब के जीवन में एक माँ का होना जरूरी है,
माँ हटाकर ही दम लेती है,
हमारी राहों के सब कांटे,
माँ वो खजाना है प्यार का,
जो अपने हिस्से की खुशियां भी,
हम सब में हर घड़ी बांटें,
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हालातों ने हंसाया हो चाहे रूलाया हो,
जब तक सर पर माँ की छाया हो,
हम बिना डरे खडे रहते हैं,
माँ बनकर रहती है ताक़त हमारी,
माँ पल में हर लेती है सर से आफ़त हमारी,
जब तक हम माँ के चरणों से जुड़े रहते हैं,
इन पावन चरणों में अपना सारा जीवन,
ख़ुशी -खुशी बिताऊं मैं,
माँ तुम्हारे लिए कुछ लिख जाऊं मैं,
चरणों में तुम्हारे झुक जाऊं मैं ,
वो तड़फ उठती है एक पल में,
अगर माँ को जरा भी तड़फता दिख जाऊं मैं,
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महकते फूलों के जैसे महकाता ,
तुम्हारे दामन हों सितारे आसमान के,
तुम्हारे चेहरे पर खुशियों का उजियारा हो,
तुम हो शीतल पानी की एक प्यारी बौछार माँ,
निस्वार्थ, सच्चा और पवित्र है तुम्हारा प्यार माँ,
तुम्हारे चरणों के नीचे हों,
इस जहान के फूल सारे,
सुख के सब मोती एक -एक करके,
जीवन में आएं तुम्हारे,
जिस आंगन में तुम्हारे मुस्कराहट के रंग बिखरे,
उस आंगन में सदा खुशियों के दीप जलें,
हर घर में तुम्हें मिले सम्मान,
पूरा परिवार रहे तुम्हारी छाँव तलें,
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हर मुख से निकले आदर्श माँ (aadarash maa ) लिए,
लम्बी उम्र की दुआएं,
माँ मूरत है त्याग और बलिदान की,
इस मूरत को सदा शीश झुकाएं,
माँ के सहारे के बिना इस जीवन पथ पर,
कभी ना टिक पाऊं मैं,
माँ तुम्हारे लिए कुछ लिख जाऊं मैं,
चरणों में तुम्हारे झुक जाऊं मैं ,
वो तड़फ उठती है एक पल में,
अगर माँ को जरा भी तड़फता दिख जाऊं मैं,
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