आज से माँ की जिम्मेदारी (aaj se maa ki jimmedari ) : परम्परा हमारी
ये तेरा हिस्सा वो मेरा हिस्सा,
बाँट लिए है सब ने बारी-बारी,
एक -दूसरे का सब चेहरा देख रहें हैं,
* * * * *
मौन होकर खड़े हो गए हैं,
बढ़-चढ़कर बोलने वाले,
किस ओर झुकाएं पलड़ा तराजू का,
सोच रहें हैं एक बराबर तोलने वाले,
आज सब पर क्यों बोझ बन गई है ,
जिस माँ ने चार-चार बेटे है पाले,
आज उस माँ को संभालने से डर रहे हैं,
जिस माँ ने चार-चार बेटे है संभाले,
हर पल दिया है लाड -प्यार ,
हर ख्वाहिश पूरी की है हमारी ,
ये तेरा हिस्सा वो मेरा हिस्सा,
बाँट लिए है सब ने बारी-बारी,
एक -दूसरे का सब चेहरा देख रहें हैं,
* * * * * *
बड़ा बेटा सर झुकाए माँ को,
बताने लगा अपनी मजबूरी,
मैं रहूंगा दिनभर काम में व्यस्त,
पीछे कौन देखभाल करेगा तुम्हारी,
पत्नी उठाएगी बच्चों की जिम्मेदारी,
वो ना उठा पाएगी शायद जिम्मेदारी तुम्हारी ,
शायद मुझसे ना होगी अच्छे से खातिरदारी,
मैंने अब तक संभाला है घर अपना,
अब छोटे भाई भी भार उठाएंगे,
तुम पर ही अब वो दोनों अपना प्यार लुटाएगे,
माँ कभी देखती अपने बेटों को,
कभी देखती अपनी लाचारी,
ये तेरा हिस्सा वो मेरा हिस्सा,
बाँट लिए है सब ने बारी-बारी,
एक -दूसरे का सब चेहरा देख रहें हैं,
* * *
बांट लिया है सब सामान,
अपने छोटे से घर का,
मैं कैसे उठाऊंगा माँ की जिम्मेदारी(aaj se maa ki jimmedari ),
सोच रहा है मझला बेटा घर का,
मैं नहीं तो दुजा सही,
क्या फर्क पड़ेगा हमारी माँ को,
छोटे बेटे को बहुत चाहती है माँ,
अब वो ही रखेगा पास अपने,
हम सबकी प्यारी माँ को,
कैसे बोलूं मैं ना माँ को,
कैसे करूं मैं परेशान माँ को,
माँ से छुड़ाऊं मैं कैसे हाथ अपना ,
जिस माँ का हाथ पकड़कर हम चले हैं बारी -बारी ,
ये तेरा हिस्सा वो मेरा हिस्सा,
बाँट लिए है सब ने बारी-बारी,
एक -दूसरे का सब चेहरा देख रहें हैं,
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देख रही थी दोनों पर अपनी नजरें गढाए,
मझला सोच रहा था माँ से कैसे पीछा छुड़ाएं,
जब बड़े बेटे ने फेर ली है आँखें,
फिर मैं क्यों गले लगाऊं,
मैं भी माँ को बड़े के जैसे,
अपनी परेशानी बताऊं,
माँ मुझको भी तुम करना माफ,
मेरे भी खड़े हैं दोनों हाथ,
मुझसे भी ना हो पाएगी माँ की खातिरदारी,
ये तेरा हिस्सा वो मेरा हिस्सा,
बाँट लिए है सब ने बारी-बारी,
एक -दूसरे का सब चेहरा देख रहें हैं,
कौन उठाएगा आज से माँ की जिम्मेदारी(aaj se maa ki jimmedari ),
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भीग गए दो नयन माँ के,
अब दिल में नहीं था चैन माँ के,
जो चलते थे मेरा हाथ पकड़े-पकडे,
क्यों कर गए मेरे दिल के लाखों टुकड़े,
देखकर माँ का मन उदास,
छोटा बेटा आया माँ के पास,
मेरे सीने में जो चलती है सांसें,
ये सब तुम्हारी देन है,
मेरा स्कून भी तुम हो,मेरा जुनून भी तुम हो,
मेरी पूजा मेरी प्रार्थना,
सब तेरे चरणों से शुरू होती है,
मैं मिट्टी में ना मिलने दूंगा कभी,
तुम्हारी आंखों के ये जो मोती हैं,
माँ करती है इस दुनिया में ,
अपने बच्चों की हर पल पहरेदारी ,
तेरा हिस्सा वो मेरा हिस्सा,
बाँट लिए है सब ने बारी-बारी,
एक -दूसरे का सब चेहरा देख रहें हैं,
कौन उठाएगा आज से माँ की जिम्मेदारी(aaj se maa ki jimmedari ),
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माँ होती है सावन की बौछार,
माँ होती है प्यार की हकदार,
कर्ज माँ की कोख का चुका नहीं सकते,
चाहे जन्म ले लीजिए हजार,
सबसे प्यारी इस जग में,माँ की हंसी होती है,
जिसकी आँखों में तस्वीर,
सिर्फ हमारी बसी होती है,
उस घर के सितारे बुलंद रहते हैं सदा,
माँ की हंसी गूंजती है प्यारी -पयारी
तेरा हिस्सा वो मेरा हिस्सा,
बाँट लिए है सब ने बारी-बारी,
एक -दूसरे का सब चेहरा देख रहें हैं,
कौन उठाएगा आज से माँ की जिम्मेदारी(aaj se maa ki jimmedari ),
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