बेटी के लिए भी खुले रखना द्वार माँ,
अपने दिल के भी अपने घर के भी,
मुझे भी करना बेटा मानकर प्यार माँ,
ये हैं आपकी बेटी की आवाज ( beti ki aawaz) माँ,
मैं भी हूँ बराबर की हकदार माँ,
आपके दिल के भी आपके घर के भी,
* * * * *
मेरी सांसें भी आपकी सांसों के साथ,
धीरे-धीरे माँ चल रही हैं,
जो आप खाते हो दाना-पानी,
उससे ही मेरे जीवन की गाड़ी अभी चल रही है,
यहाँ है थोड़ा अंधकार माँ,
मुझे देखना है ये प्यारा संसार माँ,
मैं हर रोज खेलती हूँ गोल-गोल घूमकर,
आपके प्यार को महसूस करती हूँ,
मैं हर रोज गोल-गोल घूमकर,
मुझे गोद में उठाकर प्यार करना,
मेरे माथे पर अपने प्यार की निशानी लगाना,
अपने सीने से लगाकर करना मुझे प्यार माँ,
बेटी के लिए भी खुले रखना द्वार माँ,
अपने दिल के भी अपने घर के भी,
मुझे भी करना बेटा मानकर प्यार माँ,
ये हैं आपकी बेटी की आवाज ( beti ki aawaz) माँ,
मैं भी हूँ बराबर की हकदार माँ,
आपके दिल के भी आपके घर के भी,
* * * * *
मैं जानती हूँ आपको बहुत बेचैनी होती है,
मैं जब घूमना बंद कर देती हूँ,
मैं जानती हूँ आपको बहुत बेचैनी होती है,
जब मैं आपकी धड़कन के साथ,
धड़कना बंद कर देती हूँ,
आपके चेहरे के हाव-भाव कैसे होंगे,
मैं मन के तार से जान सकती हूँ,
इधर-उधर भागने लगते हैं आपके पाँव,
मैं मन के तार से जान सकती हूँ,
मेरे लिए खिलोने लेकर रखना हजार माँ,
बेटी के लिए भी खुले रखना द्वार माँ,
अपने दिल के भी अपने घर के भी,
मुझे भी करना बेटा मानकर प्यार माँ,
ये हैं आपकी बेटी की आवाज ( beti ki aawaz) माँ,
मैं भी हूँ बराबर की हकदार माँ,
आपके दिल के भी आपके घर के भी,
* * * * *
मुझे ईश्वर का बनाया देखना है ,
ये खूबसूरत संसार माँ,
मेरे लिए बंद मत करना,
बाहर आने के द्वार माँ,
मैं अभी-अभी आसमान से चली हूँ,
मुझे तोड़ मत देना कांटा समझकर,
मैं तुम्हारे आंगन की नाज़ुक कली हूँ ,
मुझे भी ईश्वर ने जीने का हक दिया है,
मुझे सौगात में सारा संसार,
धरती से लेकर आसमान तक दिया है ,
मेरी गुड़िया कहकर बुलाना माँ,
मेरे लिए इतना ही काफी है,
मुझे बिल्कुल अपने जैसा बनाना माँ,
मेरे लिए तुम ही ईश्वर हो,
तुम ही सारा संसार माँ,
बेटी के लिए भी खुले रखना द्वार माँ,
अपने दिल के भी अपने घर के भी,
मुझे भी करना बेटा मानकर प्यार माँ,
ये हैं आपकी बेटी की आवाज ( beti ki aawaz) माँ,
मैं भी हूँ बराबर की हकदार माँ,
आपके दिल के भी आपके घर के भी,
* * * * *
बेटी की आवाज़ ( beti ki aawaz) : प्यार का हक़ बराबर

मेरी सांसों का आपकी सांसों से,
ईश्वर ने जोड़ दिया है नाता,
मैं आपकी बेटी बनकर खुश हूँ,
शायद आप भी खुश होंगी बनकर मेरी माता,
सच-सच बताना माँ,झूठा प्यार मत दिखाना माँ,
अगर तुम चाहोगी मुझको दिल से,
तब ही तय होगा इस घर में मेरा आना माँ,
मैं भी नमन करना चाहती हूँ,
आपके पाँव की मिट्टी को ,
इस मिट्टी को छूकर मिलता है,
बिल्कुल आपके जैसा प्यार माँ,
बेटी के लिए भी खुले रखना द्वार माँ,
अपने दिल के भी अपने घर के भी,
मुझे भी करना बेटा मानकर प्यार माँ,
ये हैं आपकी बेटी की आवाज ( beti ki aawaz) माँ,
मैं भी हूँ बराबर की हकदार माँ,
आपके दिल के भी आपके घर के भी,
* * * * *
हर बार आपकी कोख से जन्म लेना,
शायद ये मेरे नसीब में नहीं है,
हर बार आपकी नजरों से देखूं ये संसार,
शायद ये मेरे नसीब में नहीं है,
उपकार का दूसरा नाम माँ है,
एक उपकार और करना,
संसार में सबसे प्यारा नाम माँ है,
मुझे भी मेरे हिस्से का प्यार करना,
मुझे ना जाने क्यों आज एक डर-सा लग रहा है,
मैं जिस घर में आना चाहती हूँ,
ना जाने क्यों आज वो भी,
मुझे बेगाना-सा घर लग रहा है,
आपकी बांहों में झूलने का मेरा भी मन है,
ये प्यार का कैसा बंधन है,
सच में ये कोई ईश्वर का है उपहार माँ,
बेटी के लिए भी खुले रखना द्वार माँ,
अपने दिल के भी अपने घर के भी,
मुझे भी करना बेटा मानकर प्यार माँ,
ये हैं आपकी बेटी की आवाज ( beti ki aawaz) माँ,
मैं भी हूँ बराबर की हकदार माँ,
आपके दिल के भी आपके घर के भी,
* * * * *
आज आपके कदमों की आहट में,
वो पहले वाला जोश नहीं है,
मेरे साथ क्या है होने वाला,
मुझे इस चीज का अफसोस नहीं है,
ये रहे या ना रहे छोटी सी जान,
माँ हमेशा महान रहेगी,
आप पर है मेरे सौ जन्म क़ुर्बान,
आप हमेशा महान रहोगी,
आपने मुझे अपनी कोख में जगह दी,
मेरे लिए इतना ही काफी है उपकार माँ,
बेटी के लिए भी खुले रखना द्वार माँ,
अपने दिल के भी अपने घर के भी,
मुझे भी करना बेटा मानकर प्यार माँ,
ये हैं आपकी बेटी की आवाज ( beti ki aawaz) माँ,
मैं भी हूँ बराबर की हकदार माँ,
आपके दिल के भी आपके घर के भी,
* * * * *
creation-राम सैणी
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