बड़ी माँ ने बलाया था मुझे अपने पास,
रात को सुलाया था अपने पास,
पापा आपसे भी ज्यादा प्यार करती है ,
बड़ी माँ (badi maa) कोमल दिल की है,
जहाँ भी जाती है बड़ी माँ,
मुझे साथ लेकर घर से निकलती है,
* * * *
बड़ी माँ बोलती रहती है पापा,
बचपन में आप उसे तंग करते थे ज्यादा,
कभी-कभी बड़ी माँ आपके मुंह पर,
अपने हाथों का निशान बना देती थी,
जब रूठकर आप कमरे में बैठा करते थे,
बड़ी माँ बांहों में आपको भरकर,
अपने सीने से लगा लेती थी,
मेरे सर पर हाथ रखकर बड़ी माँ,
अपने हाथों में मेरे हाथ पकड़कर बोली बड़ी माँ ,
तूं बिल्कुल अपने पापा के जैसा लगाता है,
वही बोली वही शांत स्वभाव,
एकदम अपने पापा के जैसा लगता है,
वो ही नयन-नक्ष वो ही चाल-ढाल,
वो ही है तेरे मन में उल्लास,
बड़ी माँ ने बलाया था मुझे अपने पास,
रात को सुलाया था अपने पास,
पापा आपसे भी ज्यादा प्यार करती है ,
बड़ी माँ (badi maa) कोमल दिल की है,
जहाँ भी जाती है बड़ी माँ,
मुझे साथ लेकर घर से निकलती है,
* * * * *
घर में सब बड़ी माँ से डरते हैं,
सब धीमी आवाज में बातें करते हैं,
बड़ी माँ की नजरें हैं दूरबीन,
बड़ी माँ सब जानती है पापा,
कितने सांस अंदर जाते हैं,
कितने बाहर निकलते हैं,
बड़ी माँ पूछ रही थी मुझको,
दो दिन से क्या हुआ है तुझको,
क्यों तेरा चेहरा है उदास,
बड़ी माँ ने बलाया था मुझे अपने पास,
रात को सुलाया था अपने पास,
पापा आपसे भी ज्यादा प्यार करती है ,
बड़ी माँ (badi maa) कोमल दिल की है,
जहाँ भी जाती है बड़ी माँ,
मुझे साथ लेकर घर से निकलती है,
* * * * *
माँ लगने ना देगी तुझे सूरज की तपिश,
वो सबसे ज्यादा प्यार करती है तुम को लविष,
एक बात मेरी भी सुनो,
जब भी तुम घर से चलो,
अपने माथे पर लगाना उसके चरणों की धूली,
अपनी बड़ी माँ की हाँ में हाँ मिलाए रखना,
सर चरणों में झुकाए रखना,
उसकी छडी उठाकर तुम देना ,
अपनी छडी अगर वो कभी भूली,
वो खुश होती है तुम्हारी एक झलक पाकर,
वो खुश होती है तुम्हें गले लगाकर,
इसलिए बडी माँ रखतीं है,
तुम को अपने आस-पास,
बड़ी माँ ने बलाया था मुझे अपने पास,
रात को सुलाया था अपने पास,
पापा आपसे भी ज्यादा प्यार करती है ,
बड़ी माँ (badi maa) कोमल दिल की है,
जहाँ भी जाती है बड़ी माँ,
मुझे साथ लेकर घर से निकलती है,
* * * * *बड़ी माँ (badi maa) का स्पर्श : एक प्यारा भरा रिश्ता
ध्यान से देखना तुम भी कभी,
तेरा नाम पुकारे हर बात में वो,
तेरे सर पर हाथ फेरे हर रात में वो,
ध्यान से देखना तुम भी कभी
हमेशा सर से लगाकर रखना,
कुदरत की इस हरी-भरी डाल को,
हमेशा पास बैठना अपनी बड़ी माँ के,
पूछते रहना उसके हाल-चाल को,
किस्मत वालों को ही मिलता है,
ये कुदरत का तोहफा ख़ास,
बड़ी माँ ने बलाया था मुझे अपने पास,
रात को सुलाया था अपने पास,
पापा आपसे भी ज्यादा प्यार करती है ,
बड़ी माँ (badi maa) कोमल दिल की है,
जहाँ भी जाती है बड़ी माँ,
मुझे साथ लेकर घर से निकलती है,
* * * * *
बड़ी माँ तेरे खिलोनों को,
सबसे छूपाकर रखती है,
जहाँ हाथ ना पहुंचे किसी और का,
वो इतना ऊपर उठाकर रखती है,
उसकी दुआएं के खजाने से,
हर दिन दुआएं लेते रहना,
उसके प्यार की ठण्डी -ठण्डी,
शीतल हवाएं हमेशा लेते रहना,
बड़ी माँ को समय से जगाना,
हर रोज उसके पैर दबाना,
सुनना बड़ी माँ से किस्से-कहानियों को,
बड़ी माँ से पूछना तुम कभी,
मेरी बचपन की शैतानियों को,
जब बडी माँ का साथ हो,
सारी जमीं लगती है हरी-भरी,
मन को भाता है तारों से भरा आकाश,
बड़ी माँ ने बलाया था मुझे अपने पास,
रात को सुलाया था अपने पास,
पापा आपसे भी ज्यादा प्यार करती है ,
बड़ी माँ (badi maa) कोमल दिल की है,
जहाँ भी जाती है बड़ी माँ,
मुझे साथ लेकर घर से निकलती है,
* * * * *
जब सोने लगे माँ रात को,
अपने सर से स्पर्श कराना बड़ी माँ के हाथ को,
दिन अच्छा गुजरता है,
कुछ पल हवा करना उसके मुख पर,
उसका चमकता मुख देखकर,
दिन अच्छा गुजरता है,
तेरी झोली खुशियों से भरी रहे,
इसलिए तेरी बड़ी माँ,
हर सोमवार रखती है उपवास,
बड़ी माँ ने बलाया था मुझे अपने पास,
रात को सुलाया था अपने पास,
पापा आपसे भी ज्यादा प्यार करती है ,
बड़ी माँ (badi maa) कोमल दिल की है,
जहाँ भी जाती है बड़ी माँ,
मुझे साथ लेकर घर से निकलती है,
* * * * *
creater-राम सैणी
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