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माँ का किरदार (maa ka kirdar )

माँ की छाँव (maa ki chhanv) : रहे सबके सर

यहाँ एक से एक महान मिलेंगे,
सब के दो-दो जहान मिलेंगे,
मेरे सिर पर है माँ की छाँव (maa ki chhanv),
मेरी धरती मेरा आसमान,
मेरी माँ है सबसे महान,
* * * * *
सब फीके हैं रंग दुनिया के,
मैंने जी कर देखा है संग दुनिया के,
गिरगिट के जैसे हैं सब रंग बदलते,
हर पल जीने के यहाँ ढंग बदलते,
माँ के बिन मेरी क़ोई पहचान नहीं,
मेरी माँ के जैसा कोई महान नहीं,
घर ना हो तो भी आदमी सह लेता है,
माँ साथ हो तो अपने दिल की उसे कह लेता है,
घर की छत के जैसे होता है,
सर पर माँ का साया,
माँ पर्वत के जैसे खड जाती है,
जब भी पड़ता है गमों का साया,
गम रहते हैं कोसों दूर,
मेरे माँ के हाथ है मेरे जीवन की कमान,
यहाँ एक से एक महान मिलेंगे,
सब के दो-दो जहान मिलेंगे,
मेरे सिर पर है माँ की छाँव (maa ki chhanv),
मेरी धरती मेरा आसमान,
मेरी माँ है सबसे महान,
* * * * *
माँ के हाथों में कोई करामात है जैसे,
चेहरा देखकर माँ का यूं लगे,
ईश्वर की कोई अनमोल सौगात हो जैसे,
नेक सलाह मुझको देती है,
नेक दिखलाए मुझे रस्ता,
माँ को मानों सब मिल जाता है,
देखकर मेरा चेहरा हंसता,
माँ साथ है तो चडने को हर दिन,
सफलता के न‌ए-न‌ए पायदान मिलेंगे,
यहाँ एक से एक महान मिलेंगे,
सब के दो-दो जहान मिलेंगे,
मेरे सिर पर है माँ की छाँव (maa ki chhanv),
मेरी धरती मेरा आसमान,
मेरी माँ है सबसे महान,
* * * * *
मैं सूरज की एक छोटी किरण,
माँ सूरज का उजाला है,
चिड़ियों के जैसे माँ निवाला खिलाती,
हर पल सीने से लगाकर पाला है,
माँ ने मुझे संभाला है,
खुशियों ने डेरा डाला है,
दासी बनकर रहती हैं खुशियां,
जिस घर में माँ ने मुस्कराहट का रंग डाला है,
ये देश की मिट्टी में फैली है,
महक बहादुर माताओं की,
यहाँ हर घर में मिलती है,
माँ के चेहरे पर मुस्कान,
यहाँ एक से एक महान मिलेंगे,
सब के दो-दो जहान मिलेंगे,
मेरे सिर पर है माँ की छाँव (maa ki chhanv),
मेरी धरती मेरा आसमान,
मेरी माँ है सबसे महान,
* * * * *

माँ की छाँव (maa ki chhanv) : रौनक हर घर की

इस देश में आज भी माँ के आगे ,
सर झूकाए जाते हैं
हर गली-मोहल्ले में आज भी,
माँ की ममता के किस्से गाए जाते हैं,
हर माँ को है मेरा प्रणाम,
इस जहान की सब खुशियां हों माँ के नाम,
माँके जैसा महान बनना,
कोई बच्चों का खेल नहीं,
माँ के मीठे बोल के जैसे,
इस जहान में मीठे बोल नहीं
सबसे ज्यादा बच्चों के जीवन पर,
माँ के ही एहसान मिलेंगे,
यहाँ एक से एक महान मिलेंगे,
सब के दो-दो जहान मिलेंगे,
मेरे सिर पर है माँ की छाँव (maa ki chhanv),
मेरी धरती मेरा आसमान,
मेरी माँ है सबसे महान,
* * * * *
अपनी प्रार्थनाओं की शक्ति से माँ,
सैलाब से भी निकाल लाती है,
कश्ती मेरे जीवन की,
माँ एक -एक बात पड़ लेती है मेरे अंतर्मन की,
माँ चिंता करें मेरी हर पल,
उसके जैसा नहीं कोई मन निर्मल,
सब खुशियां मेरी कुर्बान उस पर,
हर घड़ी जिस माँ का ध्यान है मुझ पर,
मेरी नज़रों में है माँ का सम्मान,
माँ है दिल से धनवान,
यहाँ एक से एक महान मिलेंगे,
सब के दो-दो जहान मिलेंगे,
मेरे सिर पर है माँ की छाँव (maa ki chhanv),
मेरी धरती मेरा आसमान,
मेरी माँ है सबसे महान,
* * * * *
वो मांगे नहीं हिसाब कोई,
जो आँखों में गुजारी हैं रातें,
वो मेरे लिए प्रार्थनाएं करती रहेगी,
जब तक चलती रहेंगी उस की सांसें,
जुबां मीठी मन निर्मल,
मैं मुराद हूँ उसकी बातों का,
अपने सुख मुझ पर वारें,
हर घड़ी मेरी नजरें उतारे,
ढटकर करती है मुकाबला,
अच्छे-बुरे हालातों का,
माँ के बलिदान के किस्से सुनने को,
हर घर में एक समान मिलेंगे,
यहाँ एक से एक महान मिलेंगे,
सब के दो-दो जहान मिलेंगे,
मेरे सिर पर है माँ की छाँव (maa ki chhanv),
मेरी धरती मेरा आसमान,
मेरी माँ है सबसे महान,
* * * * *
creater- राम सैणी
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